कवि कल्पना।
मैथिली साहित्य
आ सिनेमा
के संयुक्त
रूप स देखबाक एकटा अलग आयाम आ प्रस्तुति
के सफल प्रयास अछि. मैथिली
लघु फ़िल्म
कवि कल्पना।
स्वर्गीय प्रो हरिमोहन झा के कथावस्तु आ विषय सदुखन हास्य व्यंग्य
स पूर्ण
रहल अछि। हरिमोहन झा के एक गीत लघु कथा कविन्जी के किछु अंश से प्रेरित भ निर्देशक
विकास झा एहि फ़िल्म के परिकल्पना केलैथ आ हुनकर परिकल्पना के साकार स्वरूप देबय में अभिनेता भाष्कर
झा आ रोशनी झा के काव्यात्मक सम्वाद
प्रस्तुति आ अभिनय, बहुत सहज आ सक्षम रूप स उभरि के समक्ष भेल अछि।
एहि लघुकथा के विषय पारिवारिक मूल्य,
पुरुष के ईर्ष्यालु स्वभाव आ नारी मनोदशा के इर्द गिर्द घुमि रहल अछि जकर संवाद प्रस्तुति पूर्णतः
काव्यात्मक अछि। मैथिली सिनमा जगत में निश्चित रूप स ई प्रयोग
पहिल बेर कायल गेल अछि जे सम्भवतः हर वर्ग के दर्शक
के नजरि में एकटा अलग सफल आ सुंदर
छवि बना रहल अछि। सिनेमा
के कमजोर
पक्ष पर यदि एक नजरि देल जाय त किछु तकनीकी सम्पादन
आ रंग शुद्धि सम्बन्धी त्रुटि
मात्र अछि जे दर्शक के नजरि में ओतेक आपत्तिजनक नै बुझी परैत छैक। एहि सिनेमा के पार्श्व
संगीत में प्रवेश मल्लिक अपन सहज आ सुंदर
प्रस्तुति देने छथि जे सिनेमा
के और विशेष बनबैत छैक। ई सिनेमा अपन स्पष्ट आ सुंदर
ध्वनि प्रभाव
के कारण सेहो बहुत पसन्द
कायल गेल अछि। शंकर सिंह हिंदी सिनमा जगत के साउंड डिज़ाइनर
एहि सिनेमा
के ध्वनि
मिश्रण केने छथि।
हाल में आयोजित लैंगवेज फ़िल्म
फेस्टिवल, बेंगलोर
में एहि फ़िल्म के ओनेरेवले
मेंशन के पुरष्कार भेटल छल।
कवि कल्पनाक टीम :
अभिनेता : भाष्कर झा एवं रौशनी झा
ध्वनि विन्यास : शंकर सिंह.
पार्श्व संगीत : प्रवेश मल्लिक
सम्पादन : मो. सुहेल
अंग्रेजी अनुवाद : प्रभात झा
निर्देशन सहायक : रूपक शरर एवं मुकुल कर्ण
रूप सज्जा : अभय सिंह
संवाद, पटकथा, छायांकन एवं निर्देशन : विकास झा
निर्माता : मनोज महेश्वर एवं विकास झा 
"कवि कल्पना" मैथिली लघु फिल्म, स्व हरिमोहन झा के लघु कथा “कवी जी” के किछु अंश स प्रेरित अछि जकरा समय स्थान और परिस्थिति अनुसार परिवर्तित कायल गेल छैक।
सम्पूर्ण संवाद के पुनर्लेखन काव्यात्मक शैली में कायल गेल छैक।
कवी भाष्कर एकटा आत्ममुग्ध कवी के चरित्र रूप में पुरुष मानसकिता के प्रतिनिधि करैत छथि। हुनकर कनिया शोभा अपन आत्ममुग्ध कवि पति के कविता संसार स तंग रहित छथि.
एक दिन अनायास कवि भाष्कर के नारी रहश्य पर कविता लिखबाक आमंत्रण भेटैत छनि. कवी जी एकरा चुनौती एवं अपन कवित्व के जगत प्रसिद्ध करेवाक अवसर मानैत कविता लिखबा में अपन कनिया स सहयोग स्वरूप हुनकर विवाह पूर्व जीवनक प्रेम प्रसंग सभक रहस्य बतेबाक आग्रह करैत छथि.
आगा जे होइत अछि से प्रस्तुत फिल्म में देखायल गेल अछि।
फिल्म कवि कल्पना के बेंगलुरू में अवार्ड स सम्मानित क्याल गेल अछि।
चैनल के लिंक :
कवि कल्पना : https://www.youtube.com/watch?v=ziIfHvaPTyE
suggested channel : https ://www.youtube.com/c /Lscreation
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जय मिथिला।


GREAT
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